Trital aur zaptal me alankar






 
                                                   
                                      
सरस्वति महाभागे विद्ये कमललोचने।
विद्यारुपे विशालाक्षि विद्या देहि नमोस्तुते।।

मित्रो,

         संगीत अपने आपमे अती गहनतम विषय है।  ईस विषय को गुरुजनो से सिखनेमे बडा लाभ है।  मेरे लेखन से यदी किसी संगीत प्रेमी को कुछ लाभ हुआ तो मै अपना सौभाग्य समझूंगा।  संगीत के विषय मे कुछ लीखने से पहले मै आप सभीको बताना चाहुंगा की मै संगीत का बहोत बडा ज्ञानी नही हु, ईश्वर क्रुपा और गुरुओ के सान्निध्य से थोडा बहोत संगीत जानता हुं। जो भी मै जानता हु उसे आपके साथ सांझा करना चाहता हुं।

             मै अपने लेखन की शुरुआत संगीत के प्राथमीक ज्ञान से करना चाहुंगा।
जैसे की,

थाट दस होते है,  और थाटो से ही राग उत्पन्न होते है।

१: बिलावल  :- सा रे ग म प ध नी (सारे स्वर शुध्द)
२: कल्याण   :- सा रे ग मे प ध नी (तीव्र मे)
३: खमाज    :- सा रे ग म प ध नी (कोमल नी)
४: काफी      :- सा रे  म प ध नी ( तथा नी कोमल)
५: भैरव        :- सा रे ग म प  नी (रे तथा  कोमल)
६: भैरवी       :- सा रे ़ म प  नी (रे   नी कोमल)
७: मारवा       :- सा रे ग मे प ध नी (रे कोमल तथा मे तीव्र)
८: आसावरी   :- सा रे ़ म प  नी (  नी कोमल)
९: पुर्वी          :- सा रे ग मे प  नी (रे कोमल मे                                                                  तिव्र  कोमल)

षडज को सा कहते है
रिषभ को रे कहते है
गंधार को ग
मध्यम को म
पंचम को प
धैवत को ध
और निषाद को नी कहते है

स्वर              :-  स्वर बारह होते है सात शुध्द चार कोमल और एक तीव्र।

 शुध्द स्वर    :-  सा रे ग म प ध नी

 कोमल स्वर :-  रे    नी ( कोमल स्वरो को नीचे रेखा से दर्शाया है)

  तीव्र स्वर     :- मे ( तीव्र मे पे खडी रेखा होती है पर
  यहा सामग्री उपलब्ध नही हो पा रही ईसीलीये
  मात्रा से दर्शाया है।)

 जीन स्वरो के नीचे बिंदु होगा वह मंद्र सप्तक के होगे और जीन स्वरो के उपर बिंदु होगा वह तार सप्तक के होगे।
                     
 अलंकार  :-  अलंकारो का रियाज ताल के साथ  किया जाये ताकी सूरो के साथ ताल की भी पकड  मजबूत हो। यसु ताल न जानाती गायको न त्वं वादक: ईसीलीये ताल का ज्ञान होना बहोत जरुरी है।
           
 ताल त्रिताल  :
 मात्रा              : १६
 खंड               :  ४
 मात्रा विभाग  :  प्रत्येक खंड मे ४:४:४:४ मात्रा
 सम                :  पहली मात्रा पे
 काल              :  नौवी मात्रा पे
  ताली             :  १,५ और १३ मात्रा पे

१ २ ३ ४। ५ ६ ७ ८।९ १०१११२।१३१४१५१६
धा धिं धिं धा।धा धिं धिं धा।धा तीं तीं ता।ता धिं धिं धा
 ×                    २                   ०                   ३

प्रस्तुत है थाट बीलावल के कुछ अलंकार

१  : सा रे ग म।प ध नी सां।सां नी ध प।म ग रे सा

२  : सासा रेरे गग मम।पप धध नीनी सांसां
       सांसा नीनी धध पप।मम गग रेरे सासा

3  :  सासासा रेरेरे गगग ममम
       पपप धधध नीनीनी सांसांसा
       सांसांसां नीनीनी धधध पपप
       ममम गगग रेरेरे सासासा

४  :  सासासासा रेरेरेरे गगगग मममम
        पपपप धधधध नीनीनीनी सांसांसांसां
        सांसांसांसां नीनीनीनी धधधध पपपप
        मममम गगगग रेरेरेरे सासासासा

५  :  सारेसा रेगरे गमग मपम
        पधप धनीध नीसांनी सांरेंसां
        सांरेंसां नीसांनी धनीध पधप
        मपम गमग रेगरे सारेसा

६  : सा सा रे ग।रे रे ग म।ग ग म प
       म म प ध। प प ध नी। ध ध नी सां
      सां सां नी ध। नी नी ध प ।ध ध प म
       प प म ग। म म ग रे। ग ग रे सा

७  :  सा ग रे सा। रे म ग रे। ग प म ग
        म ध प म। प नी ध प। ध सां नी ध
       नी रें सां नी। सां गं रें सां
       सां गं रें सां।नी रें सां नी। ध सां नी ध
       प नी ध प। म ध प म। ग प म ग
       रे म ग रे। सा ग रे सा

८  :  सा रे सा ग। रे ग रे म। ग म ग प
        म प म ध।प ध प नी। ध नी ध सां
        सां नी सां ध। नी ध नी प। ध प ध म
        प म प ग। म ग म रे। ग रे ग सा

९  :  सा सा ग ग। रे रे म म । ग ग प प। म म ध ध
        प प नी नी।ध ध सां सां।सां सां ध ध।नी नी प प
        ध ध म म । प प ग ग । म म रे रे। ग ग सा सा

१० :  सा रे ग ग । रे ग म म । ग म प प। म प ध ध
        प ध नी नी।ध नी सां सां।सां नी ध ध।नी ध प प
        ध प म म । प म ग ग।म ग रे रे।ग रे सा सा

        उपर्युक्त सभी अलंकार त्रिताल मे है।

        ताल : झपताल :
        मात्रा             : १०
        खंड              : ४
        मात्रा विभाग : हर खंड मे २: ३ : २ : ३ मात्रा
        सम               : १मात्रा पे
        काल             : ६ पे
        ताली            : १ , ३ , ८ वी मात्रा पे

       धिं   ना । धिं   धिं   ना । तीं   ना । धिं   धिं   ना
        ×             २                    ०            ३

११:  सा म । रे प ग । ध म । नी प सां
         सां प । नी म ध । ग प । रे म सा

१२: सासा मम।रेरे पप गग।धध मम।नीनी पप सांसां
        सांसां पप।नीनी मम धध।गग पप।रेरे मम सासा

१३: सारे।गरेसा।रेग।मगरे।गम।पमग।मप।धपम
पध।नीधप।धनी।सांनीध।नीसां।रेंसांनी।सारें।गंरेंसां
सांरें।गंरेंसां।नीसां।रेसांनी।धनी।सांनीध।पध।नीधप
मप।धपम।गम।पमग।रेग।मगरे।सारे।गरेसा

१४: सारे।गगग।रेग।ममम।गम।पपप।मप।धधध
        पध।नीनीनी।धनी।सांसांसां
        सांनी।धधध।नीध।पपप।धप।ममम।पम।गगग
        मग।रेरेरे।गरे।सासासा


Comments

  1. मान्यवर आपके इस सराहनिय प्रयास के कारण संगीत के प्रारंभिक शिक्षारथी को योग्य दिशा मिलेगी आपको बहोत बहोत साधुवाद

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  2. मान्यवर आपके इस सराहनिय प्रयास के कारण संगीत के प्रारंभिक शिक्षारथी को योग्य दिशा मिलेगी आपको बहोत बहोत साधुवाद

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    1. आपके प्रोत्साहन से संगीत के पन्ने पर और भी नये अध्याय लीखने की प्रेरणा मिलती रहे।

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  3. Bhaiya aapko bahot bahot dhanywad is sarahniy prayatn ke liye

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  4. Dhanyavaad guruji ....🙏🙏🙏

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  5. It is really very helpful....tha Thanks ...🙏🙏😍

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    1. संगीत साधको के लिये और भी प्रयास करता रहुंगा

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